क्या है पास्को एक्ट; यौन उत्पीड़न में स्किन टू स्किन टच का आखिर क्या है पूरा मामला?

POCSO Act Skin to Skin touch case: बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच की जस्टिस पुष्पा गनेदीवाला की सिंगल बेंच ने सत्र न्यायालय के उस आदेश को संशोधित करते हुए यह अवलोकन किया था, जिसमें एक 39 वर्षीय व्यक्ति को 12 साल की लड़की से छेड़छाड़ करने और उसकी सलवार निकालने के लिए यौन उत्पीड़न का दोषी ठहराया गया था. इसके अलावा फैसले में सिंगल जज ने कहा था कि प्रत्यक्ष शारीरिक संपर्क यानी यौन प्रवेश के बिना त्वचा-से-त्वचा संपर्क (स्किन टू स्किन टच) यौन उत्पीड़न नहीं है.

from Latest News देश News18 हिंदी https://ift.tt/3r34VEL
Share on Google Plus

About mahesh shende

0 Comments:

एक टिप्पणी भेजें

विशिष्ट पोस्ट

Budget 2025: सस्ती होंगी कैंसर समेत गंभीर बीमारियों की दवाएं

Custom Duty free Medicine: सरकार ने बजट में कैंसर समेत गंभीर बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली 36 दवाओं पर कस्‍टम ड्यूटी को पूरी तरह से खत्‍म...