तमिलनाडु से मेरठ पहुंचे संस्कृत के एक विद्वान (Sanskrit Scholar) से सवाल किया गया तो उन्हें हिंदी से संस्कृत में समझने के लिए ट्रांसलेटर की आवश्यकता हुई, लेकिन जैसे ही उन्होंने सवाल समझ लिया तो धाराप्रवाह संस्कृत में ऐसा जवाब दिया, जिसे सुनकर सभी आश्चर्यचकित हो गए. इस विद्वान ने न्यूज़18 से ख़ास बातचीत में कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है और वे तमिलनाडु में संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए जुटे हुए हैं.
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/ वाह! हिन्दी भले न समझें पर संस्कृत फर्राटे से बोलते हैं तमिलनाडु से लेकर त्रिपुरा तक के ये विद्वान
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