COP26: ब्रिटेन जैसी जगहों पर भी 1.5 डिग्री सेल्सियस और 3 डिग्री सेल्सियस के बीच का अंतर ज्यादा हो सकता है, जहां जलवायु परिवर्तन के प्रभाव अन्य जगहों की तुलना में अपेक्षाकृत कम गंभीर होंगे. लोगों के लिए वास्तविक परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि ये प्रत्यक्ष भौतिक प्रभाव - सूखा, गर्म हवाओं की लहरें, बढ़ते समुद्र तल- अर्थव्यवस्था के तत्वों के बीच आजीविका, स्वास्थ्य और परस्पर संबंध को कैसे प्रभावित करते हैं. कोविड-19 के दौरान का हमारा अनुभव बताता है कि जो व्यवस्था के लिए अपेक्षाकृत मामूली प्रारंभिक गड़बड़ी प्रतीत होती है, वह बड़े और अप्रत्याशित प्रभाव पैदा कर सकती है, और हम जलवायु परिवर्तन के साथ भी इसकी उम्मीद कर सकते हैं.
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