क्या झूठ बोलने वाली मशीन केवल मनबहलाव ही है, क्यों इस पर भी उठे सवाल

झूठ पकड़ने वाली मशीन यानि पॉलिग्राफ टेस्ट कैसे काम करता है. उसके बताए नतीजे कितने यकीन करने लायक होते हैं या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि हम इंसानों से ज्यादा तकनीक पर यकीन करने लगे हैं

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