Premchand की लिखी फिल्म देख उनकी प्रिटिंग प्रेस में ही हो गयी थी हड़ताल, सेंसर बोर्ड ने बैन कर दी 'मिल मजदूर'

Premchand Birth Anniversary अपनी लेखनी से समाज की असली तस्वीर दिखाने वाले उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की कहानियां और उपन्यास समाज की असलियत उजागर करता रहा है। उन्होंने समाज आधारित साहित्य की रचना की जो आज भी युवा साहित्यकारों के लिए प्रेरणा है। प्रेमचंद ने लिखने के साथ फिल्मी दुनिया में भी अपना हाथ आजमाने की कोशिश की थी। उनके फिल्मी सफर के बारे में जानने के लिए पढ़िए ये खबर।

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