"मैं समय हूं, और आज 'महाभारत' की अमर कथा सुनाने जा रहा हूं.... और यह कथा मेरे सिवाय दूसरा कोई सुना भी नहीं सकता... और जब तक मैं हूं, यह महायुद्ध चलता ही रहेगा... और मेरा कोई अंत नहीं.. मैं अनंत हूं.. "....युगों-युगों तक जीवंत रहने वाली इन पंक्तियों को कलम की जादूगरी से अनंत काल तक समय के क्षितिज पर शब्द देने वाला कोई और नहीं, बल्कि महान लेखक, कथाकार, संवाद-शिल्पी डॉ. राही मासूम रज़ा ने महाभारत महाकाव्य को सिनेमाई परंपरा में ढालने के बावजूद सभ्यता और संस्कृति की चाशनी से सराबोर कर दिया.
from Latest News देश News18 हिंदी https://ift.tt/1DwkIug
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
विशिष्ट पोस्ट
'वन नेशन, वन इलेक्शन' पर क्या है देश का मूड, न्यूज18 के सर्वे में जानिए
One Nation One Election: देश में एक देश एक चुनाव को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच News18 इंडिया ने सर्वे किया है. आइए इस खबर में जानते हैं एक दे...
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें